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डॉ. अनिर्बान गुहा

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डॉ. अनिर्बान गुहा 2006 से भौतिकी विभाग, त्रिपुरा विश्वविद्यालय में एक संकाय सदस्य के रूप में कार्यरत हैं। वे वर्तमान में विद्युत चुम्बकीय सिद्धांत, इलेक्ट्रॉनिक संचार प्रणाली, माइक्रोप्रोसेसर आर्किटेक्चर, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग और डिजिटल सिग्नल प्रोसेसिंग में स्नातकोत्तर शिक्षण में शामिल हैं। उनकी मुख्य शोध रुचि वायुमंडलीय बिजली, बिजली की भौतिकी, अंतरिक्ष पर्यावरण और पृथ्वी के निचले वायुमंडल और जीवमंडल पर इसके प्रभाव हैं।

डॉ गुहा कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के शोध सहयोग में शामिल हैं। अब तक, उनके पास 85 सहकर्मी-समीक्षित प्रकाशन हैं और उन्होंने 41 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलनों में भाग लिया है। उनके सक्रिय मार्गदर्शन में 04 शोधार्थियों ने अपनी पीएच.डी. वर्तमान में विभिन्न वित्तपोषित परियोजनाओं के अन्तर्गत 04 शोधार्थी कार्यरत हैं। डॉ गुहा ने अंतरिक्ष विभाग, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और इज़राइल साइंस फाउंडेशन से लगभग 3 करोड़ की प्रायोजित अनुसंधान परियोजना निधि प्राप्त की। उन्हें वर्ष 2005 में यूनियन ऑफ रेडियो साइंस, बेल्जियम से युवा वैज्ञानिक पुरस्कार मिला। उन्होंने 2005 और 2007 में अखिल भारतीय डीएसटी-एसईआरबी स्कूल में प्रथम स्थान प्राप्त किया, त्रिपुरा राज्य द्वारा वर्ष 2011-2012 के लिए सर जगदीश चंद्र बोस पुरस्कार प्राप्त किया। काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी और 2012-2013 में एमआईटी, यूएसए में फुलब्राइट पोस्ट-डॉक्टरल फेलो के रूप में काम किया, जहां उन्होंने 2016-2017 में रमन पोस्ट-डॉक्टरल फेलो के रूप में भी काम किया। उन्होंने एमआईटी में साल 2014 और 2019 में विजिटिंग साइंटिस्ट के तौर पर काम किया। उन्हें तेल अवीव विश्वविद्यालय, इज़राइल में काम करने के लिए 2016 में भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी द्वारा इंटर-अकादमी एक्सचेंज फेलो के रूप में चुना गया था। उन्होंने ITBP, औली में पर्वतारोहण प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया और उन्होंने 2014-2015 में अंटार्कटिका के लिए 34वें भारतीय वैज्ञानिक अभियान में भाग लिया, जो भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया था।

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